गुजरे हुए लम्हों के अनगिनत पत्ते , कुछ बुझी सुलगती यादों का धुआं, सिसकते दम तोड़ते ख् गुजरे हुए लम्हों के अनगिनत पत्ते , कुछ बुझी सुलगती यादों का धुआं, सिसकते दम ...
तुमने दे दी सज़ा पर मुक्त हो गई वह तुम्हारी बिसात से ! तुमने दे दी सज़ा पर मुक्त हो गई वह तुम्हारी बिसात से !
एक गहरा समंदर एक गहरा समंदर
कल किसने देखा है, पर दुआ तो माँग ही सकते हैं हम, ख़ुद के लिए, अपनों के लिए, या फिर, ग़ैरों के ल... कल किसने देखा है, पर दुआ तो माँग ही सकते हैं हम, ख़ुद के लिए, अपनों के लिए, ...
कुछ तूफान बाहर तो, कुछ अंदर घेरे रहते हैं, नए-नए चक्रव्यूह जब घेरा डाले रहते हैं। कुछ तूफान बाहर तो, कुछ अंदर घेरे रहते हैं, नए-नए चक्रव्यूह जब घेरा डाले...
दिल से जुड़ते हैं न कि सारी रिवाज जो से। दिल से जुड़ते हैं न कि सारी रिवाज जो से।